मैच डिटेल्स:
- मैच: न्यूज़ीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका, दूसरा सेमीफाइनल
- स्थान: गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर
- परिणाम: न्यूज़ीलैंड 50 रनों से विजयी
- प्लेयर ऑफ द मैच: रचिन रवींद्र (NZ)
न्यूज़ीलैंड की धमाकेदार जीत, अब फाइनल में भारत से भिड़ंत!
न्यूज़ीलैंड ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्यों उन्हें विश्व क्रिकेट में सबसे अधिक निरंतरता दिखाने वाली टीमों में गिना जाता है। इस हाई-प्रेशर मुकाबले में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को 50 रनों से मात दी और फाइनल में जगह बना ली। अब 9 मार्च को दुबई में भारत के खिलाफ ट्रॉफी के लिए उनका महामुकाबला होगा।
पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूज़ीलैंड ने 362/6 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें रचिन रवींद्र और केन विलियमसन के शतक शामिल थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका 312/9 तक ही पहुंच सका, जहां डेविड मिलर ने संघर्षपूर्ण शतक जमाया, लेकिन टीम को जीत की दहलीज तक नहीं पहुंचा सके।
न्यूज़ीलैंड की मजबूत बल्लेबाजी: रवींद्र और विलियमसन का जलवा
न्यूज़ीलैंड की पारी धैर्य और आक्रमण का बेहतरीन संतुलन थी। शुरुआती झटके के बावजूद रचिन रवींद्र और केन विलियमसन ने जिम्मेदारी से खेलते हुए दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
न्यूज़ीलैंड की बैटिंग परफॉर्मेंस:
✔ रचिन रवींद्र – 108 (101) [13 चौके, 1 छक्का]
✔ केन विलियमसन – 102 (94) [10 चौके, 2 छक्के]
✔ डैरिल मिशेल – 49 (37)
✔ ग्लेन फिलिप्स – 40 (27)*
दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी बेहद साधारण रही। मार्को यानसेन और लुंगी एन्गिडी महंगे साबित हुए, जबकि कगिसो रबाडा भी ज्यादा असरदार नहीं दिखे।
डेविड मिलर का संघर्ष, लेकिन बाकी बल्लेबाज नाकाम
363 रनों का लक्ष्य हमेशा मुश्किल होता है, और दक्षिण अफ्रीका को तेज़ शुरुआत की ज़रूरत थी। हालांकि, विकेट गिरने का सिलसिला लगातार जारी रहा, जिससे उन पर दबाव बढ़ता गया। डेविड मिलर ने शानदार शतक जमाया, लेकिन उन्हें किसी और बल्लेबाज का साथ नहीं मिला।
दक्षिण अफ्रीका की बैटिंग परफॉर्मेंस:
✔ डेविड मिलर – 100 (67)* [10 चौके, 4 छक्के]
✔ रासी वान डर डुसेन – 69 (66)
✔ टेम्बा बावुमा – 56 (71)
40वें ओवर तक दक्षिण अफ्रीका मैच में बना हुआ था, लेकिन अंत में न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और उन्हें 312/9 तक सीमित कर दिया।
न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
बड़े लक्ष्य को बचाने के लिए गेंदबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ देना होता है, और न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों ने वही किया। खासकर मिचेल सैंटनर और मैट हेनरी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को बांधकर रखा।
न्यूज़ीलैंड की बॉलिंग परफॉर्मेंस:
✅ मिचेल सैंटनर – 3/43 (10 ओवर) (मध्य ओवरों में शानदार स्पेल)
✅ मैट हेनरी – 2/43 (7 ओवर)
✅ ग्लेन फिलिप्स – 2/27 (3 ओवर)
सैंटनर का स्पेल मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उनकी तीन विकेटों ने दक्षिण अफ्रीका की रनचेज की कमर तोड़ दी।
मैच के 3 सबसे बड़े टर्निंग पॉइंट
⚡ रवींद्र-विलियमसन की 150+ रन की साझेदारी – न्यूज़ीलैंड की मजबूत नींव रखी।
⚡ सैंटनर का घातक स्पेल – मैच का पूरा रुख बदल दिया।
⚡ दक्षिण अफ्रीका का मिडिल ऑर्डर फ्लॉप – केवल मिलर ने संघर्ष किया, बाकी फेल।
दक्षिण अफ्रीका की हार के 3 बड़े कारण
❌ खराब गेंदबाजी – डेथ ओवरों में जरूरत से ज्यादा रन लुटाए।
❌ बल्लेबाजी में आक्रामकता की कमी – शुरुआती ओवरों में धीमी बल्लेबाजी ने दवाब बढ़ाया।
❌ डेविड मिलर को कोई सपोर्ट नहीं मिला – अकेले दम पर मैच जीतना नामुमकिन था।
अब फाइनल में भारत से भिड़ंत – क्या न्यूज़ीलैंड तोड़ेगा आईसीसी फाइनल का ‘अभिशाप’?
अब न्यूज़ीलैंड 9 मार्च को दुबई में भारत के खिलाफ फाइनल में खेलेगा। क्या वे आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में हारने का सिलसिला तोड़ पाएंगे, या फिर भारत एक बार फिर चैंपियन बनेगा?